Tuesday, November 25, 2008

स्नोर्क की कहानी - हिस्सा एक

एक बार प्राणी था. अपना नाम स्नोर्क (Snork) है. ('थ स्नोर्क्ज़' पुराना दूरदर्शन तमाशा था, स्मुर्फ्ज़ (Smurfs) की तरह. स्नोर्क्ज़ समुद्र में रहते थे. एक साल, मेरे जन्मदिन के लिए, दोस्त ने मुझे स्नोर्क खिलौना दिया. ) स्नोर्क के दो दोस्त कोपर्नाकिस (Copernicus) डाइनसॉर और चार्ली (Charlie) गाय थे.

एक दिन, तीन दोस्तों ने बासकेतबॉल खेल रहे थे. अचानक अजीब आदमी पहुँच आए. बुढ़े आदमी के बाल सफ़ेद थे और उनको सिर्फ़ एक आँख था. "मेरी मदद दीजिये" उन्होंने भीख माँगा. स्नोर्क बहुत गड़बड़ हुआ. "कोपर्नाकिस, चार्ली, तुमको ये आदमी मालूम हैं?" लेकिन आदमी रहस्य था.

अजीब आदमी ने कहा "स्नोर्क, आपको याद नहीं? अपने बचपन की याद कीजिए. आप छोटे घर में रहते थे, नदी के पास था और. मैं आपका पड़ोसा था." स्नोर्क का मन बचपन की यादें से भरा. नीली नीली नदी, छोटा घर, पैन्डा बापू...

"पैन्डा बापू ! क्या हाल है? क्या आप ठीक हैं? सीता पैन्डा कहां है?" यह सुनकर पैन्डा बापू को खुशी हुई.

"मुझे मालूम है की आपको पाने अच्छा विचार था. सीता पैन्डा मुसीबत में फँसी! यह पत्र लिखिए." पेंदा बापू ने कहा और स्नोर्क को पत्र दिया. पत्र नहीं आसान पढ़ना था, क्योंकि पत्र पैन्डा की भाषा का इस्तेमाल किया. मैं इस पत्र का हिन्दी में अनुवाद करने की कोशीश करूंगी.

भीख मांगना - to beg
रहस्य - mystery
मुसीबत में फँसना - to get involved in trouble

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